एक नज़्म बरसात के नाम



🌹🍫रूकी सी जिंदगी🍫🌹


रूकी सी रूकी सी ज़िन्दगी 

आ तुझको संवार, दूँ

तू जो कहे तो खुद को तुझ पे वार दूँ

🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️🧎🏻‍♀️

रूकी ...............

सब वक्त की बात है,

तू इस पार उस पार हम हैं,

तू जो कहे सारी खुशियाँ,

तुझ पर निसार दें

💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼💃🏼

रूकी............ 

बिखरी हुई तेरी जुल्फों 

की सलवटें संवार दूँ

तु जो कहे सारा चमन,

तुझपे वार दूँ,

🌹🌳🍀🌳🍀🌳🦚🌳🍀

रूकी...........

बेहद तंजोकसी  से हैरान हूँ

यकीं कर मेरा मैं ही तेरा कद्रदान हूँ

कभी अश्क ना बहाना,

जाना, हर वक्त हर कदम पर

मैं ही तेरे साथ हूँ

🏃‍♀️🏃‍♀️🏃‍♀️🏃‍♀️🏃‍♀️🏃‍♀️🏃‍♀️

रूकी. ............

आयेगी फिर से बहारें,

हम फिर से मिलेगे,

हर शाम होगा खुशानुमा,

कुछ नज़म हम बुनेगे

🎻🎤🎼🎻🎼🎤🎻🎼🎤

रूकी.............

घबराये नही करते जाना,

हर वक्त हमको अजमाना,

हर जगह साये की तरह हम दिखेगें

😊😊😊😊😊😊😊

रूकी.............

🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫

नंदिता एकांकी

   प्रयागराज